

🙏 श्री सांवलिया सेठ मंदिर में आपका स्वागत है
Rajasthan के प्रसिद्ध Sanwaliyaji Prakatya Sthal में आपको मिलेगा दिव्यता, इतिहास और आस्था का अद्भुत संगम। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहाँ हर दिन हज़ारों भक्त अपनी मनोकामनाओं के साथ भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शन हेतु पहुंचते हैं। यहाँ की पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा ऐसी है कि मन शांत हो जाता है और आत्मा को सुकून मिलता है। 1840 में हुए दिव्य प्राकट्य से लेकर आज तक, यह स्थल कई चमत्कारों और भक्तिपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। मंदिर परिसर में होने वाली आरती, भजन और कीर्तन की दिव्य ध्वनि पूरे वातावरण को भक्तिमय बना देती है। Sanwaliyaji Temple एक ऐसा अनुभव है जो मन और आत्मा को हमेशा के लिए बदल देता है।
🙏 श्री सांवलिया सेठ में आपका स्वागत है
Rajasthan के प्रसिद्ध Sanwaliyaji Prakatya Sthal में आपको मिलेगा दिव्यता, इतिहास और आस्था का अद्भुत संगम। यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहाँ हर दिन हज़ारों भक्त अपनी मनोकामनाओं के साथ भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शन हेतु पहुंचते हैं। यहाँ की पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा ऐसी है कि मन शांत हो जाता है और आत्मा को सुकून मिलता है। 1840 में हुए दिव्य प्राकट्य से लेकर आज तक, यह स्थल कई चमत्कारों और भक्तिपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है।
📜 इतिहास एवं प्रमुख जानकारी
- 📍 स्थान: सांवलिया जी- मंडफिया, जिला चित्तौड़गढ़, राजस्थान
- 📏 दूरी: चित्तौड़गढ़ स्टेशन से 41 किमी, डबोक एयरपोर्ट से 65 किमी
- 🛕 प्रमुख स्थल: मंडफिया, भादसोड़ा, बागुंड – तीनों स्थानों पर मंदिर
- 📆 आयोजन: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दशमी–द्वादशी तक 3 दिवसीय मेला
- 🙏 दानपात्र खुलने का दिन: प्रत्येक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी
- 🍛 महाप्रसाद वितरण: अमावस्या को शाम
- 🪔 ध्वजारोहण: फरवरी 2011 में शिखर पर स्वर्णजड़ित कलश चढ़ाया गया
🕉️ आरती एवं दर्शन समय | Aarti & Darshan Timings
मंगल आरती | Mangala Aarti
05:30 AM (Daily)
आराम समय | Rest Time (Lord Sanwaliya Ji)
12:00 PM – 02:30 PM
आरती, फलाहार प्रसाद एवं दर्शन | Aarti, Falahar & Darshan
From 02:30 PM onwards
सायं पूजा | Evening Pooja
08:00 PM – 09:15 PM
भजन एवं कीर्तन | Bhajan & Kirtan
09:15 PM – 11:00 PM